Friday, April 20, 2012

gurjarworld: Which Language Is Best for My Child? अध्यन के दौरान कौनसी भाषा होनी चाहिए , मेरे बच्चे की पढाई के लिए कौनसी भाषा श्रेष्ठ है ?

gurjarworld: Which Language Is Best for My Child? अध्यन के दौरान कौनसी भाषा होनी चाहिए , मेरे बच्चे की पढाई के लिए कौनसी भाषा श्रेष्ठ है ?

Which Language Is Best for My Child? अध्यन के दौरान कौनसी भाषा होनी चाहिए , मेरे बच्चे की पढाई के लिए कौनसी भाषा श्रेष्ठ है ?

Which Language Is Best for My Child?

The most favorite language to learn is mother language ,so it is better to make your child learn fast in mother language ,The new emergent concept now a days is in favor of study in your mother language ,by the teacher who know mother language of your kid

Many parents approach their children's Second language learning with a very specific reason and goal in mind. For these families, selecting a second language may be a clear choice. 

They plan on taking trips abroad and want their child to be able to appreciate their destination in a way far beyond just soaking up the sights. 

Or they hope their child will pick up their new language and use it to communicate with a relative who might feel most comfortable in a language other than Hindi (mother language).That may be English as a second language .
For many of us, however, the answer isn't quite as obvious. Selecting a language might seem a lot like picking classes in high school or college

अध्यन के दौरान
 कौनसी भाषा होनी चाहिए   ,
मेरे बच्चे की पढाई  के लिए  कौनसी भाषा श्रेष्ठ है ?

सबसे अधिक उचित भाषा मत्री भाषा होती है ,बच्चा दस माह की भाषा उम्र से सीखना शुरू करता है ,सबसे पहली गुरु माँ(जन्म दात्री या पालन पोषण करने बाली यशोदा ) होती है ,
   बही हमें शुरुआती दिनों की भाषा का बोध कराती है ,जो भाषा माँ बोलती है वही भाषा हमारे जीवन की सबसे अधिक सिखाने बाली भाषा बन जाती है ,अब नए शोध परिणामों से यह बात सामने आयी है ,की मातृभाषा ही सीखने की सर्वोत्तम भाषा मानी जाती है. इसलिए  हमें मातृभाषा में अंग्रेजी को समझा सकने बाले अध्यापकों से ही बच्चो की पढाई शुरुआती पढाई करवानी चाहिए जो की बच्चे को समझ सकें और समझा सकें   
क्या विकल्प के रूप में दूसरी भाषा का ज्ञान होना चाहिए ?

हाँ यह बहुत जरूरी है ,यह बात शोधों से सामने आयी है की दो भाषाओँ का ज्ञान आधुनिक  युग ,मैं चार गुना तेजी से  व्यक्तित्व  और मानसिक   विकाश करती है ,
आधुनिक भूमंडलीकरण के युग में जहाँ कंप्यूटर की सबसे उपयुक्त भाषा के रूप में अंग्रेजी को मान्यता मिल रही है ,वहीं पूरी दुनिया के लोग चाहे वह रसियन यो या जर्मन ,चीनी हो या अफ्रीकन ,सभी अंग्रेजीकरण  की और आकर्षित हुए हैं .सभी देश  भूमंडल में व्यापार काम काज और अध्ययन तथा भ्रमण के लिए अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं ,समस्त विश्व में अंग्रेजी माध्यम के विश्वविद्यालय खोल कर विदेशी छात्रों को आकर्षित किया जा रहा है ,यानि अध्ययन और कम्यूटर के लिए सर्वमान्य भाषाओँ में अंग्रेजी अपना स्थान बना रही है 
एसी परिस्थितियों में हमारे देश में अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त करना एक फैसन  सा बन गया है ,चाहे वह उन परिवारों के बच्चों के समझ न में आये जिनकी मातृभाषा सिर्फ हिन्दी रही हो ,इसका एक स्पष्ट कारन है जिस परिवार में अंगरेजी भाषा नहीं बोली जाती या जिन परिबारों में अंग्रेजी भाषा में मदद करने बाले परिवारी सदस्य नहीं हैं ,उन परिवारों में  बच्चों अंग्रेजी भाषा को सीखने में काफी कठिनाईयां आती हैं ,अगर इन परस्थितियों में अध्यापन के लिए अंग्रेजी ज्ञान बाले मातृभाषा के अध्यापक न हों तो कुछ समय के लिए बच्चों को काफी संघर्ष से गुजरना पड़ता है  इसका समाधान करना है तो हमें मातृभाषा में अंग्रेजी को समझा सकने बाले अध्यापकों से ही बच्चो की पढाई करवानी चाहिए जो की बच्चे को समझ सकें और समझा सकें